“अरुणकुमार आर्यवीर द्वारा रचित आर्य समाज गीत, जो संगीत और शब्दों के माध्यम से आर्य समाज के सिद्धांतों और धार्मिक मूल्यों को महसूस कराता है। यह गीत, आर्य समाज के आदान-प्रदान और उद्देश्यों को सुरीले ध्वनियों और भावनापूर्ण शब्दों के साथ प्रस्तुत करता है, जिससे श्रोताओं में समृद्धि और समर्थन उत्पन्न होता है। इस गीत के माध्यम से आर्य समाज के समर्थनकर्ताओं को एक-दूसरे के साथ जुड़ने और समृद्धि की दिशा में प्रेरित करने का एक माध्यम मिलता है।”