महर्षि दयानन्द सरस्वती जिन्होंने वेदों की ओर लौटो का अमर संदेश देते हुए पावन आर्य समाज की स्थापना की जिसने गुलामी से जकड़े भारत को स्वतंत्रता दिलाने में अहम भूमिका निभाई है ऐसे ऋषिवर का काव्यमय पावन जीवन चरित्र इस दृश्य श्रव्य कणिका का विषय है। इस काव्य को लिखा है मुंबई में लगभग पांच दशकों तक मंत्री प्रधान रहकर युवकों में आर्य वीर दल का कार्य करनेवाले स्वर्गीय श्री ओमप्रकाश जी आर्य हैं, (मूल निवासी शिवालय टेहु, आगरा, उत्तर प्रदेश) ऋषिवर के जीवन की सभी प्रमुख घटनाओं को काव्य बद्ध करता संगीतमय प्रस्तुतिकरण जबलपुर में स्वर दर्पण साउंड स्टूडियो में श्री आशीष जी सक्सेना द्वारा संपन्न कराया गया है। इस काव्य की धुनें बनाई हैं जबलपुर निवासी मास्टर परसराम जी द्वारा तथा इसे अपना स्वर दे पाने में मैं अरुणकुमार आर्यवीर गौरवान्वित हूं..!!
Dayanand Kavya Prakash – Album by Arunkumar Aryaveer You can Also listen this song by simply searching Dayanand Kavya Prakash on any music streaming application like Apple Music, Spotify, Amazon Music, JioSavan, Hungama Music etc