भारत गौरव गान या भारत चालीसा
स्वर : ब्र. अरुणकुमार “आर्यवीर”
40 – प्रान्त
जहां महा काश्मीर हमारा है भूतल पर स्वर्ग समान।
बिहार, उत्तर, मध्य प्रदेश सुप्रांत जहां शोभा की खान।।
वीर प्रांत है महाराष्ट्र, पंजाब और प्रिय राजस्थान।
स्वर्ण भूमि बंगाल जहां है अरु गुजरात जहां धनवान।।
कर्नाटक मदरास, आन्ध्र हैं दक्षिण में प्रिय प्रान्त महान।
और जहां आसाम प्रांत उडिसा मन मोहक सुस्थान।।
बर्मा, सिंगापुर, रंगुन, नेपाल, सिन्ध, तिब्बत भूटान।
अखण्ड भारत माता के ही शुद्ध अंग हैं आलीशान।।
तो ”जगदीश प्रवासी“ गा नित, भारत गौरव-गान।
है भूमण्डल में भारत देश महान।।
है भूमण्डल में आर्यावर्त महान।।