भारत गौरव गान या भारत चालीसा
स्वर : ब्र. अरुणकुमार “आर्यवीर”
36 – माताएँ
कौशिल्या, कैकेई और सुमित्रा थी जननी सुर-खान।
जन्म दिये श्री राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघन पुत्र-महान।।
जग जननी सीता ने पैदा किये महा लव, कुश सन्तान।
मात देवकी से तो जन्मे कृष्णचन्द्र भगवान सुजान।।
कुन्ती, माद्री ने तो पैदा किये सु पाण्डव वीर जवान।
धर्म युधिष्ठिर, अर्जुन, भीम, नकुल, सहदेव, कर्ण बलवान।।
और सुभद्रा के अभिमन्यु को जानत है सकल जहान।
मात अन्जनी ने तो पैदा किया पवन से सुत हनुमान।।
और जीजामाता ने किया शिवाजी का निर्माण।
है भूमण्डल में भारत देश महान।।
है भूमण्डल में आर्यावर्त महान।।