भारत गौरव गान या भारत चालीसा
स्वर : ब्र. अरुणकुमार “आर्यवीर”
34 – भूमण्डल प्रचार
और जहां से धर्म प्रचारक किये विदेशों को प्रस्थान।
गये विवेकानन्द अमरिका लेकर के वेदान्त-विज्ञान।।
गए जर्मनी सत्यदेव श्री उसरबुद्ध जी इंग्लिशतान।
रुचीराम ने वैदिक नाद गुंजाया जाकर अरबिस्तान।।
गए भवानी दयाल स्वामी अफ्रीका लेकर श्रुति-ज्ञान।
गए मौरिशस स्वामी स्वतंत्रानन्द, आनन्द भिक्षुक प्राण।।
भरद्वाज, मणिलाल जैमिनी, ध्रुवानन्द स्वामी विद्वान।
गए अभेदानन्द व आनन्द स्वामी चन्द्रानन्द सुजान।।
गए अयोध्याप्रसाद अमरीका में दिये व्याख्यान।
है भूमण्डल में भारत देश महान।।
है भूमण्डल में आर्यावर्त महान।।