भारत गौरव गान या भारत चालीसा
स्वर : ब्र. अरुणकुमार “आर्यवीर”
24 – कलीकाल विज्ञान
सतयुग, त्रेता, द्वापर में जब वायुयान उड़ता था मान।
तो कलयुग में भोज राज में उडन खटोला नामक यान।।
एक प्रहर में कर आता था नभ में अस्सी कोस उड़ान।
विक्रम तख्त निकट गाता था एक यन्त्र रामायण गान।।
कुंवरसिंह ने लोह सिपाही इस विधि करवाया निर्माण।
जो बिजली के बल से गोरों से था युद्ध किया घमसान।।
जहां तलपदे ने गत् सदी रचा था सबसे प्रथम विमान।
रेडियो ध्वनी का यन्त्र प्रसार रचा जगदीशचन्द्र ने आन।।
जमुना स्तम्भ, मीनार ताज और बौद्ध गुफा हैं शान।
है भूमण्डल में भारत देश महान।।
है भूमण्डल में आर्यावर्त महान।।