भारत गौरव गान या भारत चालीसा
स्वर : ब्र. अरुणकुमार “आर्यवीर”
14 – राजेश्वर
जहां हुए हैं राजयोगेश्वर बुद्ध अहिंसा के भगवान।
जिनके अनुयायी हैं अब भी बर्मा लंक चीन जापान।।
जहां हुए हैं अशोक जैसे महा सुभट सम्राट महान।
जिनके पुत्र महेन्द्र हुए हैं धर्म प्रचारक यती जवान।।
साथ संघमित्रा भगिनी ले लंका द्वीप किये प्रस्थान।
जहां हुए हैं चन्द्रगुप्त से शूर सम्राट महा बलवान।।
जहां हुए हैं विक्रम, भोज सु-भूप महा ज्ञानी गुणवान।
जहां हुए हैं आल्हा औ ऊदल से भूप वीर-मलखान।।
जहां हुए हैं भूप कुंवरसिंह क्रान्तिकारी जवान।
है भूमण्डल में भारत देश महान।।
है भूमण्डल में आर्यावर्त महान।।