045 Sat Pra 2 Sam 13 …

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सत्यार्थ प्रकाश
ले. महर्षि दयानन्द सरस्वती
व्याख्या: सत्यार्थ भास्कर
व्याख्याकार: स्वामी विद्यानन्द सरस्वती
स्वर: अरुणकुमार ”आर्यवीर“
045 श्रव्यकणिका
द्वितीय समुल्लास 13

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