आर्य वीर दल रोहतक द्वारा आयोजित किशोर एवं युवा चरित्र निर्माण शिविर में दूसरे दिन आज बालकों को देवत्व धारण करने के गुण बताए गए,
फैक्ट्री से रैपर बोतल एवं डिब्बा बंद होकर आने वाले किसी भी प्रकार के खाद्य और पेय जो डेड फूड होता है उसके सेवन न करने का संकल्प बालकों को दिलाया गया..
हर प्रकार के गंदे गाने एवं चलचित्र जो चरित्र को बिगाड़ते तथा ब्रह्मचर्य का नाश कराते हैं उन्हें कभी न देखने सुनने का संकल्प प्रातः कालीन यज्ञ में कराया गया..
गायत्री मंत्र एवं महामृत्युंजय मंत्र की अर्थ सहित साधना पद्धति मात्र दो दिन में सीख कर बालकों ने स्वयं ही आज ब्रह्म वेला में ध्यान किया है जिसे संलग्न वीडियो कणिका में देखा जा सकता है..!!
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सुयोग्य शिक्षकों द्वारा विभिन्न प्रकार के व्यायाम, सूर्य नमस्कार, आसन प्राणायाम, लाठी डंबल्स दंड बैठक तथा आत्म रक्षा के दांव आदि बालकों को सुबह सायं सिखाए गए..!!
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