अध्ययन-अध्यापन प्रश्नोत्तरी

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अध्ययन-अध्यापन

प्र. १) किन बातों से मनुष्य सुशोभित होता है ?

उत्तर : विद्या, संस्कार, उत्तम गुण, कर्म और स्वभाव से मनुष्य सुशोभित होता है।

प्र. २) श्रेष्ठ मनुष्य बनने के लिए क्या आवश्यक है ?

उत्तर : श्रेष्ठ मनुष्य बनने के लिए निम्न बातों का होना आवश्यक है –

(१) विद्या प्राप्ति (२) अभिमान न होना (३) दूसरों का सहयोग।

प्र. ३) अध्यापक कैसे होने चाहिएं ?

उत्तर : अध्यापक पूर्ण विद्वान् व धार्मिक होने चाहिएं।

प्र. ४) वैदिक नियम के अनुसार शिक्षा व्यवस्था कैसी होनी चाहिए ?

उत्तर : वैदिक नियम के अनुसार शिक्षा व्यवस्था इस प्रकार होनी चाहिए- १. विद्यालय नगर से दूर, शान्त, एकान्त स्थान में होने चाहिएं। २. लड़के व लड़कियों के विद्यालय अलग-अलग होने चाहिएं। ३. विद्यार्थी का जीवन तपस्वी, संयमी होना चाहिए। ४. सभी विद्यार्थियों की सुविधाएँ एक समान होनी चाहिएं।

प्र. ५) गायत्री मंत्र कौन सा है ?

उत्तर : ओऽम् भूर्भुवः स्वः। तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि । धियो यो नः प्रचोदयात्। गायत्री मंत्र निम्न है।

प्र. ६) गायत्री मन्त्र का संक्षिप्त अर्थ बताइए।

उत्तर : गायत्री मन्त्र का संक्षिप्त अर्थ इस प्रकार है- हे सम्पूर्ण जगत् के निर्माता, शुद्धस्वरुप, सकल दुःख हर्ता, समस्त सुखों को प्रदान करने वाले परमपिता परमेश्वर ! कृपा करके हमारी बुद्धि को श्रेष्ठ मार्ग में प्रेरित करें।

प्र. ७) प्रतिदिन स्नान क्यों करना चाहिए ?

उत्तर : स्नान करने से शरीर शुद्ध तथा स्वस्थ रहता है, इसलिए प्रतिदिन स्नान करना चाहिए।

प्र. ८) मन की शुद्धि कैसे होती है ?

उत्तर : मन की शुद्धि सत्य के आचरण से होती है।

प्र. ९) प्राणायाम के क्या लाभ हैं ?

उत्तर : प्राणायाम के निम्न लाभ हैं- १. स्मृति शक्ति में वृद्धि, २. मुक्ति पर्यन्त ज्ञान का बढ़ना, ३. रोग निवृत्ति एवं शारीर बल का बढ़ना, ४. सूक्ष्म बुद्धि की प्राप्ति, ५. एकाग्रता का होना, ६. अन्तःकरण की अशुद्धि का नाश आदि।

प्र. १०) ईश्वर का ध्यान कब करना चाहिए ?

उत्तर : ईश्वर का ध्यान प्रतिदिन प्रातः व सायंकाल करना चाहिए।

प्र. ११) क्या ईश्वर का ध्यान करना आवश्यक है ?

उत्तर : ईश्वर का ध्यान करना अत्यावश्यक है।

प्र. १२) वायु की शुद्धि का क्या उपाय है ?

उत्तर : वायु की शुद्धि के लिए प्रतिदिन हवन करना चाहिए।

प्र. १३) हवन करना क्यों आवश्यक है ?

उत्तर : हवन करने से अनेक प्राणियों का उपकार, वायु-जल-अन्न की शुद्धि, रोगों का दूर होना इत्यादि अनेक लाभ होते हैं।

प्र. १४) ब्रह्मचर्य के पालन से क्या लाभ हैं ?

उत्तर : ब्रह्मचर्य के पालन से शारीरिक व मानसिक विकास, शुभ गुणों की प्राप्ति, दीर्घायु, उत्तम स्वास्थ, कुशाग्र बुद्धि की प्राप्ति होती है।

प्र. १५) ब्रह्मचर्य कितने प्रकार का होता है ?

उत्तर : ब्रह्मचर्य तीन प्रकार का होता है- १. वसु नामक कनिष्ठ ब्रह्मचर्य २४ वर्ष पर्यन्त, २. रुद्र नामक मध्यम ब्रह्मचर्य ४४ वर्ष पर्यन्त और ३. आदित्य नामक उत्तम ब्रह्मचर्य ४८ वर्ष पर्यन्त।

प्र. १६) यम कितने प्रकार के व कौन-कौन से हैं ?

उत्तर : यम पाँच प्रकार के होते हैं- १. अहिंसा, २. सत्य, ३. अस्तेय, ४. ब्रह्मचर्य, ५. अपरिग्रह।

प्र. १७) नियम कितने प्रकार के व कौन-कौन से हैं ?

उत्तर : नियम पाँच प्रकार के होते हैं- १. शौच, २. सन्तोष, ३. तप, ४. स्वाध्याय, ५. ईश्वर प्रणिधान।

प्र. १८) आयु, विद्या, यश और बल बढ़ाने के क्या उपाय हैं ?

उत्तर : माता-पिता, गुरु, वृद्धजनों की सेवा, आदर और उनकी आज्ञाओं का पालन करने से आयु, विद्या, यश और बल बढ़ते हैं।

प्र. १९) विद्यार्थी को कौन से कार्य नहीं करने चाहिएं ?

उत्तर : विद्यार्थी को निम्न कार्य नहीं करने चाहिएं- १. ईर्ष्या, द्वेष, लोभ, मोह, झूठ बोलना। २. अण्डे, मांस, मछली, शराब, गुटका, धूम्रपानादि अभक्ष्य का सेवन। ३. जुआ खेलना, ४. व्यभिचार आदि में वीर्यनाश करना, ५. आलस्य, प्रमाद एवं ४. दूसरों की हानि करना इत्यादि।

प्र. २०) सम्पूर्ण सुख किसे प्राप्त होता है ?

उत्तर : जो व्यक्ति विद्या प्राप्त कर धर्म का आचरण करता है वही सम्पूर्ण सुख को प्राप्त करता है।

प्र. २१) धर्म किसे कहते हैं ?

उत्तर : श्रेष्ठ कर्मों के आचरण को धर्म कहते हैं।

प्र. २२) धर्म का ज्ञान कहाँ से होता है ?

उत्तर : धर्म का ज्ञान वेद, ऋषियों के ग्रन्थ, महापुरुषों के आचरण से होता है।

प्र. २३) सत्य-असत्य की परीक्षा किस प्रकार की जाती है ?

उत्तर : सत्य वह होता है जो- १. वेद के अनुकूल हो, २. सृष्टि नियम से विपरीत न हो, ३. धार्मिक विद्वानों द्वारा कहा गया हो, ४. आत्मा के अनुकूल हो, ५. प्रत्यक्ष आदि प्रमाणों से जांचा गया हो।

प्र. २४) प्रमाण कितने और कौन से होते हैं ?

उत्तर : प्रमाण ८ प्रकार के होते हैं- १. प्रत्यक्ष, २. अनुमान, ३. शब्द, ४. उपमान, ५. ऐतिह्य, ६. अर्थापत्ति, ७. सम्भव और ८. अभाव।

प्र. २५) प्रत्यक्ष प्रमाण किसे कहते हैं ?

उत्तर : देखने, सुनने, गन्ध लेने, स्पर्श व स्वाद की अनुभूति से जो वास्तविक ज्ञान होता है, उसे प्रत्यक्ष प्रमाण कहते हैं।

प्र. २६) असम्भव बातों के ५ उदाहरण दीजिए ?

उत्तर : असम्भव बातों के ५ उदाहरण निम्न हैं- १. पहाड़ उठाना, २. जड़ मूर्तियों द्वारा दूध पीना, ३. चन्द्रमा के टुकड़े करना, ४. परमेश्वर का अवतार लेना, ५. मनुष्य के सींग होना।

प्र. २७) आत्मा के गुण कौन-कौन से हैं ?

उत्तर : इच्छा, द्वेष, प्रयत्न, सुख, दुःख और ज्ञान आत्मा के गुण हैं।

प्र. २८) ६ दर्शन शास्त्रों के नाम बताइए।

उत्तर : ६ दर्शन शास्त्रों के नाम इस प्रकार हैं –

१. योग दर्शन, २. सांख्य दर्शन, ३. वैशेषिक दर्शन, ४. न्याय दर्शन, ५. मीमांसा दर्शन, ६. वेदान्त दर्शन।

प्र. २९) सर्वश्रेष्ठ दान कौन सा है ?

उत्तर : विद्या का दान सर्वश्रेष्ठ दान है।

प्र. ३०) वेद पढ़ने का अधिकार किसे है ?

उत्तर : सभी मनुष्यों को वेद पढ़ने का अधिकार है।

प्र. ३१) देश की उन्नति के लिए तीन उपाय बताइए। उत्तर : देश की उन्नति के लिए १. ब्रह्मचर्य, २. विद्या और ३. धर्म का प्रचार आवश्यक है।

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