सकल जगत के उत्पादक हे अथ-ईश्वर-स्तुति-प्रार्थनोपासनामन्त्राः ओ3म् विश्वानि देव सवितर्दुरितानि परा सुव। यद् भद्रन्तन्न ऽ आसुव।। 1।। (यजु अ.30/मं.3) सकल जगत के उत्पादक हे, हे सुखदायक शुद्ध स्वरूप। हे समग्र ऐश्वर्ययुक्त हे, परमेश्वर हे अगम…
सदाचार का शासन सदाचार का शासन भारत की धरती पर आएगा। चाहे जितना जोर लगाले रोक नहीं कोई पाएगा। ऋषियों की भूमी पर भ्रष्टाचार नहीं चल पाएगा।। टेक।। देशभक्ति फिर भर जाएगी सारे…
ऋषि गाथा ऋषि गाथा ओ3म् ऽ ओ3म् ऽ ओ3म्।। हम आज एक ऋषिराज की पावन कथा सुनाते हैं। आनन्दकन्द ऋषि दयानन्द की गाथा गाते हैं। हम कथा सुनाते हैं।ओ3म् ऽ हम एक…
प्रज्ञान का घर है तेरा प्रज्ञान का घर है तेरा अन्तस गहन हो।। टेक।। मानव करले श्रेष्ठ पथ का चयन। ये ब्रह्म बसा है, कण-कण में व्यापक। यहां से वहां तक, वहां से यहां तक।…
पितः पातु विमलां आर्ष-लता पितः पातु विमलां तामार्षलताम्।। टेक।। पाणिनिमुनिना व्याकृतिखनिना, अतिमतिधनिना हि पतंजलिना। मेधया मलया विहितातिसेवाम्।। 1।। व्याकरणारुणैर्भूतपोहरणैः, विरजानन्द चरणैरार्षत्वभरणैः। भुवि भूयो भूषितां सुहितां नितराम्।। 2।। देवदयानन्दैरानन्दकन्दैः, वेदविद्यावन्दैस्तद्रसस्यन्दैः। लालितां पालितां तामति सुफलाम्।।…
पर उपकार धर्म शृंगार “ब्रह्म निकटतम” पर उपकार धर्म शृंगार, जीवन का आधार है। सुख जीवन पूर्व हैं तो सुख ही जीवन पार है।। टेक।। सत्संग करते पढ़ते पढ़ते जीवन समृद्ध हो गया। गहन…
परमात्मा के सभी गीत गाओ परमात्मा के सभी गीत गाओ। तो आवा गमन से सभी छूट जाओ।। टेक।। वह दुःखियों का हमदर्द अकेलों का साथी। श्रुति जगदाधार है उसी को बताती।। अजर है अमर है…
ओ3म् सुखकन्द से ओ3म् सुखकन्द से सच्चिदानन्द से याचना है। श्रेय पथ पर चलूं कामना है।। टेक।। कृत कुकर्मों की जब याद याती। आंखे हैं अश्रुधारा बहाती।। मन में सन्ताप की घोर अनुताप…
ओ साधक रे “परहित हरहित” (तर्ज :- ओ साथी रे) ओ साधक रे ब्रह्म सहित ही जीना। वेदमय जीवन सच्चा जीवन, साधक होके तू जीना।। टेक।। ब्रह्मबिन जीवन थोथा जीवन। भटके इत उत…
ओ3म् नारायणः “आत्म ब्रह्म में” ओ3म् नारायणः, ओ3म् खं ब्रह्म। ईशावास्यमिदं सर्वम्… (2)।। टेक।। सृष्टि यज्ञ सुरचना, संधि संधि अर्चना। समीपतम है हितकर, ब्रह्म ज्योतित है घर।। अग्निम् ईळे पुरोहितम्, यज्ञस्य देव…
ओहरे ज्ञान मिले वेद पढ़न से “लगन” (तर्ज :- ओहरे ताल मिले नदी के जल में) ओहरे ज्ञान मिले वेद पढ़न से पढ़न मिले लगन से। लगन मिले कौन यतन से, कोई जाने ना।। टेक।। माया…
ओऽम् बोलो ओऽम् ओऽम् बोलो ओऽम् साथी यहां कौन? हर सुबह शाम जप लो ओऽम् नाम।। टेक।। ओऽम् है सबसे बड़ा, उसने जगत है रचा। नाम है ये निज का, भापा बोले ओऽम्।।…