आर्य राष्ट्र बनाना है (अभिनय गीत) ऋषि ऋण चुकाना है, आर्य राष्ट्र बनाना है। तो मिल के बढ़ो, मंजिल पे चढ़ो, चढ़ने का जमाना है। देश के कोने कोने में, सन्देश सुनाना है।। टेक।।…
कृण्वन्तो विश्वमार्यम् एक साथ उच्चार करें, हम ऐसा व्यवहार करें। एक मन्त्र का घोष करें, कृण्वन्तो विश्वमार्यम्।। टेक।। आज नहीं प्राचीन समय से वेद हमारा साथी। दूर दूर तक फैलाई थी वैदिक…
मुक्ति का मन्त्र दो मुक्ति का मन्त्र दो, आत्मा स्वतन्त्र हो। सत्य बोलने से हम रुके नहीं ऽ साथी हम न्याय के, आगे अन्याय के। आर्य बालकों के सर झुके नहीं।। टेक।। तुम सबके…
वैदिक रीति सिखलाई आर्य समाज ने वैदिक रीति सिखलाई, सिखलाई आर्य समाज ने ऋषि मुनियों के पथ पर चलना। एक प्रभु की पूजा करना।। सन्ध्या विधि बतलाई, बतलाई आर्य समाज ने।। 1।। ब्रह्मचर्य और गृहस्थ बताया।…
इस धरती पर कौन बढ़ेगा ? आर्य समाज महानाश की ज्वालाएँ धरती पर दौड़ी आ रही हैं। आर्य समाज तुम्हें बढ़ना है, मानवता चिल्ला रही है।। इस धरती पर कौन बढ़ेगा ? हमें बता दो ऽ ऽ ऽ…
जग को आर्य बनाना है उठो जवानों करो प्रतिज्ञा जग को आर्य बनाना है। भूले भटके भ्रान्त पथिक को फिर सन्मार्ग दिखाना है।। टेक।। मतवादों का अन्ध कुहाँसा दिशाबोध भूला मानव। वैदिक सूर्य विभा चमकाकर…
इसलिए पड़ा निकल है आर्यों का वीर दल हो रही धरा विकल, हो रहा गगन विकल। इसलिए पड़ा निकल, है आर्यों का वीर दल।। असंख्य कीर्ति रश्मियाँ, विकीर्ण तेरी राहों में। सदैव से विजय रही है, वीर तेरी…
दयानन्द के वीर बाँके सिपाही दयानन्द के वीर बाँके सिपाही, हलचल मचाने चले ऽऽ तूफान लाने चले।। आलस की निद्रा में जो सो रहे हैं। भाग्य की रेखा को जो रो रहे हैं। अवसर को…
बढ़ता चल आर्य वीर दल बढ़ता चल बढ़ता चल आर्य वीर दल। सत्य मार्ग पर चला रुके न एक पल।। टेक।। प्रेम का संचार परस्पर सदा रहे। द्वेष भाव लेश मात्र भी जुदा रहे। मन…
आर्य वीर दल रहा रहेगा प्राण आर्यों का आर्य वीर दल रहा रहेगा प्राण आर्यों का। इससे ही होना है नव निर्माण आर्यों का।। टेक।। गुरुवर दयानन्द का इससे गहरा नाता है। आर्यवीर दल पुनः जागरण शंख बजाता…
समझलो वही आर्यवीर हो तुम जो दुःखियों की सेवा में तन मन लगाए। जो बरबाद उजड़े घरों को बसाए। जो औरों को सुख देके खुद दुःख उठाए। समझलो वही आर्यवीर हो तुम।। 1।। जो अन्याय…
आर्यवीर बन जाएं..!! आर्यवीर बन जाएं हम सब, आर्यवीर बन जाएं। जीवन सफल बनाएं (2) हम सब आर्यवीर बन जाएं।। टेक।। दुर्गुण सारे दूर भगाएं, शुभगुण धारण करें कराएं। उत्तम कर्म कमाएं (2)…