भारत गौरव गान या भारत चालीसा
स्वर : ब्र. अरुणकुमार “आर्यवीर”
31 – स्वराज नायक
जहां हुये हैं दयानन्द सम स्वराज्य उद्घोषक महान्।
उनके पीछे श्रद्धानन्द जैसे हुए सैकड़ों बलिदान।।
वासुदेव औ तिलक, गोखले, नौरूजी स्वातन्त्र्य प्राण।
हुए मालवी, केशवचन्द्र स्वदेश भक्त आजाद सुजान।।
महेन्द्र, भाई परमानन्द व सावरकर विप्लवी महान।
हुए राज गोपालाचारी, कृष्णन, मेनन सुर विद्वान।।
जहां हुए हैं लौह-पुरुष सरदार पटेल सुभट सन्तान।
जहां हुए हैं मृत्युंजय नेताजी सुभाष वीर जवान।।
जहां हुए राजेन्द्र राष्ट्रपति, शास्त्रीसम प्रधान।
है भूमण्डल में भारत देश महान।।
है भूमण्डल में आर्यावर्त महान।।