योगाभ्यास न करने से हानियां
योगाभ्यास न करनेवाला व्यक्ति –
- अपने व्यवहार से अन्यों को दुःखी करता है।
- कृतघ्न और महामूर्ख होता है।
- मन-इन्द्रियों का दास होता है।
- वेद और ऋषियों की सूक्ष्म बातों (विषयों) को समझने में असमर्थ होता है।
- रोग, वियोग, अपमान, अन्याय, हानि, विश्वासघात, मृत्यु आदि से होनेवाले दुःखों को सहन नहीं कर सकता।
- काम, क्रोध, लोभ, मोह आदि से सम्बन्धित कुसंस्कारों को नष्ट नहीं कर पाता।
- समस्याओं का ठीक समाधान नहीं कर सकता।
- समाधि से उपलब्ध होनेवाले ईश्वरीय गुण- विशेष ज्ञान, बल, आनन्द, निर्भयता, स्वतन्त्रता आदि से वंचित रहता है।
- जीवन के मुख्य लक्ष्य- समस्त दुःखों से छूटकर स्थाई सुख (नित्य आनन्द) को प्राप्त नहीं कर सकता है।
साभार ब्रह्मविज्ञान