आर्य वीर दल रहा रहेगा प्राण आर्यों का।
इससे ही होना है नव निर्माण आर्यों का।। टेक।।
गुरुवर दयानन्द का इससे गहरा नाता है।
आर्यवीर दल पुनः जागरण शंख बजाता है।।
लेखराम का लहू धमनियों में लहराता है।
सावधान शिशुपालों! चक्र सुदर्शन आता है।।
सेना फिर से सजे यही कल्याण आर्यों का।। 1।।
आर्य वीर दल राख नहीं जलता अंगारा है।
आर्य वीर दल दयानन्द की आँख का तारा है।।
आर्य वीर दल देशभक्त वीरों की टोली है।
डायर की छाती में ऊधम सिंह की गोली है।।
न्यायालय में पक्का रहा प्रमाण आर्यों का।। 2।।
आर्य वीर दल पेचिदा प्रश्नों का उत्तर है।
आर्य वीर दल जहाँ वहाँ हर प्रश्न निरुत्तर है।।
आर्य वीर दल संघर्षों की आग में जलना है।
आर्य वीर दल कलयुग में सतयुग का सपना है।।
आर्य वीर दल संजीवन निष्प्राण आर्यों का।। 3।।
आर्य वीर दल सिद्धि नहीं है सिर्फ साधना है।
आर्य वीर दल सुप्त मनुज की दबी भावना है।।
आर्य वीर दल एक सत्य है नहीं कल्पना है।
आर्य वीर दल क्रान्ति सिन्धु है राष्ट्र वन्दना है।।
गीत ‘मनीषी’ तम में अग्निबाण आर्यों का।। 4।।